You will not be able to change the package after this!
Are you sure you want to unlock
बीईएमएस का English में FULL Form Bachelor of Electro Homeopathy Medicine and Surgery (बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी) कहते है। बीईएमएस कोर्स 04 वर्ष 06 माह का होता है।जिसमें 04 वर्ष का पढ़ाई व 06 माह का इन्टरशिप शामिल है। इस कोर्स के लिये 10+2 यानि 12वी होना आवश्यक है। साथ ही संस्थान में दाखिला के लिए 12 वी में गणित या जीव विज्ञान होना अनिर्वाय है।
सैनिटरी हेल्थ इंस्पेक्टर को हिन्दी में स्वच्छता स्वास्थ्य निरीक्षक कहते हैं।यह एक 01 वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम है जिसमें स्वच्छता रखने और स्वास्थ्य से जुड़े विषय होते हैं। सैनिटरी हेल्थ इंस्पेक्टर या हेल्थ इंस्पेक्टर डिप्लोमा कोर्स के लिए योग्यता 10th या 12th होना अनिवार्य है। हेल्थ इंस्पेक्टर 01 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए फ़ीस 7500 से 15000 के बीच हो सकता है।
BCC / DCA / ADCA आदि कंप्यूटर कोर्सेस का ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी करने वाले एक संस्थान की जानकारी आपसे साझा कर रहे हैं। जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान है तथा विगत 10 वर्ष से अधिक समय से संचलित है जहां इन सभी कोर्स की फ़ीस ऑनलाइन मात्र 1500 से 5000 के बीच है। अगर आपको कंप्यूटर से जुडे जानकारी है और आप केवल तत्काल सार्टिफिकेट चाहते है तो यह संस्थान आपके लिए ऑनलाइन ऑन डिमांड एग्जाम लेकर, आपके सार्टिफिकेट को डाक द्वारा आपके घर भेजने या सॉफ्ट कॉपी तुरन्त उपलब्ध कराने का व्यक्स्था रखता है।
ड्रेसर का कार्य दुर्घटना में घायल अथवा ऑपरेशन हुए जगह पर समय- समय पर की साफ़ सफाई कर दवा लगाकर पट्टी लगाने का होता है। ड्रेसर के लिए कोर्स सार्टिफिकेट और डिप्लोमा दोनों में होता है। जहां ड्रेसर सर्टिफिकेट कोर्स 03 माह का होता है। वही ड्रेसर में 06 माह डिप्लोमा तथा 01 वर्षीय भी डिप्लोमा होता है। इस कोर्स में प्रवेश के लिए 10th पास होना चाहिए, तथा इनके पाठयक्रम में समान्य मेडीकल जानकारी के साथ मरीज के ड्रेसिंग से जुड़ा होता है। इस कोर्स के बाद आप निजी अस्पताल या संविदा द्वारा सरकारी अस्पताल में ड्रेसर के पद पर कार्य कर सकते हैं। जहां इसके लिए 6000 से लेकर 15000 तक का वेतन पा सकते है। एक ड्रेसर का अस्पताल में सामान्य चोट से लेकर ऑपरेशन में ड्रेसिंग करने के कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यही कारण है कि ड्रेसर की लगभग सभी अस्पतालों में आवश्यकता पड़ती है। तथा ड्रेसर नही होने पर यह कार्य वार्ड ब्वॉय या नर्स करती है।
NTT का full form Nursery Teacher Training (NTT) होता है। जिसे हिन्दी में नर्सरी टीचर ट्रेनिंग कहते है। एनटीटी एक डिप्लोमा कोर्स है। जो 12वी के बाद किया जा सकता है जो एक या दो वर्षीय पाठ्यक्रम का होता है। इस कोर्स को करने के बाद निजी प्री प्राइमरी स्कूल में टीचर के रूप में कार्य कर सकते है। साथ ही अगर आप यूपी राजश्री टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से B.Ed करना चाहते हैं तो इसके लिए बीटीसी (डीएलएड) या एनटीटी होना आवश्यक है। अगर आप NTT कोर्स जॉइन करना चाहते है तो आपके लिये यूपी का एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट के बारे में बतायेगे। जो विगत 13 वर्ष से संचालित है। तथा सभी प्रक्रिया सामान्य व पारदर्शी है। यह संस्थान यूपी के जनपद गाजीपुर (Ghazipur) में स्थित है। जो इस कोर्स को रेगुलर और प्राइवेट दोनों माध्यम से कराते है। यहां NTT Course के लिये फ़ीस एक वर्षीय के लिये 5000-/ तथा दो वर्षीय के लिये केवल 9000-/ रुपये है।
डिप्लोमा इन रूरल हेल्थ केयर का कोर्स 1 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसको हमारे देश में ग्रामीण इलाकों की स्वास्थ्य सेवा से संबधित जरूरतों को पूरा करने के लिए तथा लोगों की उनके स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए व मुसीबत के समय में प्राथमिक उपचार (फर्स्ट ऐड ट्रीटमेंट), सैनिटाइजेशन और रोगों के बेसिक एजुकेशन के बारे में विद्यार्थियों को ट्रेनिंग प्रदान कर उनको इस योग्य बनाया जाता है कि इमरजेंसी के परिस्थितियों में वे बिना घबरायें प्राथमिक उपचार व सम्बंधित व्यवस्था का सञ्चालन आसानी से कर सकें। इस कोर्स को करने के लिए किसी भी विद्यार्थी को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 10वीं पास होना आवश्यक है | इस कोर्स को पुरुष अभ्यर्थी के साथ – साथ महिला अभ्यर्थी भी कर सकती हैं और अपने समाज की सेवा अपने ग्रामीण परिवेश में कर सकती हैं |
DNYS एक ऐसा डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसको अलग-अलग संस्थान 2 वर्ष या 3 वर्ष में संपन्न कराते है, जिसके पाठ्यक्रम में योगा व प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति (आयुर्वेद) भी शामिल होता है। इस कोर्स के लिए योग्यता कम से कम अभ्यर्थी का 12 वीं पास होना जरूरी होता है तथा इंटरमीडिएट में बायो / मैथ सब्जेक्ट का भी होना जरूरी होता है । परन्तु कई संस्थानों में इस कोर्स को कक्षा 10 वीं के आधार पर भी करवाया जाता है , यह सब बाते संस्थान आदि पर निर्भर करता है । इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए औसतन फीस प्रति वर्ष 9500 /- से लेकर 12500/- के हिसाब से हो सकता है , जो की समय , संस्थान , लोकेशन आदि बातों पर भी निर्भर करती रहती है ।
CMS & ED (सीएमएस & ईडी) कोर्स 18 महीने का डिप्लोमा पाठ्यक्रम है। जिसमें प्रवेश के लिये विद्यार्थी का कक्षा 10वीं पास होना अनिवार्य होता है। इस डेढ़ वर्षीय पाठ्यक्रम में प्राथमिक चिकित्सा उपचार व निवारण देने से समन्धित होता है। 12 महीने का CMS का पाठ्यक्रम होता है तथा 6 महीने का ED का पाठ्यक्रम होता है | यह कोर्स भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त Indian Health and Education Council,New Delhi (भारतीय स्वास्थ्य और शिक्षा परिषद, नई दिल्ली) द्वारा Approved एवं माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक महत्वपूर्ण निर्णय में संक्रामक रोगों सहित सभी रोगों में प्राथमिक चिकित्सा का कार्य रजिo चिकित्सक के निरीक्षण में करने को मान्य किया गया है। इस कोर्स की प्रमाणिकता पुरे देश स्तर पर होती है | इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थी अपने समाज में सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में प्राथमिक चिकित्सा प्रदान कर सकता है , जो की WHO के द्वारा Recommended की गयी है व स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में लोगों की सेवा कर सकते है और लोगों को स्वास्थ्य सम्बंधित सलाह दे सकते है |
NIOS में क्या आपको पता है कि भारत सरकार का एक परीक्षा बोर्ड ऐसा भी है, जोकि छात्र के मर्जी के अनुसार जब आप चाहो आपकी परीक्षा लेकर बहुत ही काम समय में परिणाम घोषित कर देता है | एनआईओएस (NIOS) अर्थात राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान 2003 से माध्यमिक स्तर पर ऑन-डिमांड परीक्षा (ओडीई) की अवधारणा पर व्यवहार्यता और संचालन की दृष्टि से कार्य कर रहा है। ओड्स की नई अवधारणा (Concept) मुक्त और दूरस्थ शिक्षा में लचीलेपन की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे परीक्षा की संपूर्ण प्रणाली समय सापेक्ष हो जाती है तथा छात्र को अपनी इच्छा एवं तैयारी के अनुसार परीक्षा देने में मदद मिलती है।